भिंद। पेट्रोल पंप चालू होने के समय यदि आप सावधान नहीं रहेंगे तो आपको चूना लगाया जा सकता है। नज़र चूक जाती है खेल हो जाता है। मध्य प्रदेश के भिंड में मिलावटी तेल और फुर भरते समय धोखाधड़ी की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। कई पेट्रोल पंपों पर तकनीकी छेड़छाड़ कर ग्राहकों को कम पेट्रोल दिया जाता है। न्यूज़ 18 आपको खनिज कि कैसे पेट्रोल पंपों पर आपके साथ जाली लगाई जाती है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
दरअसल, आपके वाहन में पेट्रोल-डीजल भरवाते वक्त का ध्यान देने की जरूरत है। पंपों पर ठगी करने वाले ऑपरेटर अक्सर मीटर की सेटिंग से छेड़छाड़ करते हैं। इसके लिए जरूरी है कि जब आप अपने वाहन में ईंधन भरते हैं, तो आप सबसे पहले फुर्र मीटर की तरफ देखकर जांच लें कि पेट्रोल पंपों के कर्मचारियों ने ग्राहक के पिछले वाहन में ईंधन भरने के बाद मशीन का मीटर शून्य कर दिया है या नहीं। यदि इसके बाद भी आपको संभावना है कि फ्यूल कम दिया जा रहा है तो ऐसी स्थिति में आप पेट्रोल पंपों पर पांच लीटर की मात्रा का परीक्षण कर सकते हैं।
इस तरह 5 बिट टेस्ट
अगर आपको लग रहा है कि आपके वाहन में पूरा फ्यूल नहीं भरा है, यानी स्टेशनरी पेट्रोल या डीजल कम दे रहा है, तो इसके लिए सभी पेट्रोल पंपों पर सरकार द्वारा प्रमाणित पांच लीटर का प्रमाण होता है, जो कि मशीन में होता है पांच अक्षर पर पूरा भर जाता है। इस तरह से पता लगाया जा सकता है कि ग्राहकों को पेट्रोल पंपों पर पूरा काम दिया जा रहा है और फुलर मशीन सही काम कर रही है।
अगर ऐसा नहीं होता है तो मान आगे बढ़ने में आपके साथ ठगी हो रही है। इसके बाद आप जरूरी कदम उठा सकते हैं और पेट्रोल पंपों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट कर सकते हैं।