सहारा इंडिया न्यूज टुडे : सहयोग इंडिया वन टाइम पर सबसे बड़े संगठन में जानी जाती थी। लेकिन समय पलटवार कुछ ऐसा हुआ कि कंपनी के खिलाफ कई मामले दायर हो गए हैं, कि अब कंपनी ने कोई भी कदम नहीं उठाया है। तो उसके खिलाफ सरकार एवं लोगों का प्रदर्शन शुरू हो जाता है। इसी तरह एक बार फिर से सहरना इंडिया के मुखिया की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि उनके खिलाफ किसानों द्वारा मामला दायर किया गया है जिसमें उन्होंने 88.67 लाख रुपए के फ्रॉड की शिकायत दर्ज की है।
किसानों ने बताया है कि उन्होंने साल 2008 में सूरत जिले के कदोदरा स्थित सहारा समूह की शाखा में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 57.62 लाख रुपये का निवेश किया था। इस योजना के माध्यम से 114 से अधिक उसी गांव के अन्य निवासियों ने उसी वर्ष इन योजनाओं में 31.04 लाख रुपये का निवेश किया था।
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पुलिस और किसानों के द्वारा बताया जा रहा है कि इससे जमा की गई राशि की मैच्योरिटी टाइमिंग 2018 और 2021 थी। इसके उपरांत किसानों द्वारा कई बार शाखा का चक्कर लगाया गया। लेकिन उन्हें हर बार बहाना बनाकर भगाया गया। ऐसा कई बार देखा गया और बाद में पता चला कि वह शाखा बंद की गई जिसके बाद शाखा प्रमुख एरिया मैनेजर इत्यादि पर लोगों द्वारा नजदीकी पुलिस स्टेशन में केस दायर किया गया। इस प्रकार से सहारा इंडिया के प्रमुख पर लगातार अड़चने बढ़ती जा रही है, जिससे कि उनके लिए जल्द इसका कोई समाधान करना होगा। अन्यथा वह परेशानी में आ सकते हैं।
सहारा इंडिया की लेटेस्ट खबर
सहारा इंडिया परिवार कई प्रकार की योजनाएं चलाता है जिसमें रियल स्टेट, फाइनेंशियली, मुचल फंड, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थ केयर, इत्यादि शामिल है। सहारा इंडिया कंपनी द्वारा शुरुआती समय में लोगों को भरोसा देते हुए इस प्रकार की योजनाओं में निवेश कराया गया और लोगों द्वारा करोड़ों रुपए की राशि इन सभी योजनाओं में जमा कर दी गई है लेकिन इसकी मैच्योरिटी टाइमिंग होने पर लोगों को उनके पैसों की वापसी में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
इस प्रकार की समस्या से सहारा इंडिया के प्रमुख किसी भी प्रकार के नए एक्शन लेने को तैयार नहीं है जिससे लोग शिकायत दर्ज करते हुए कानूनी कार्यवाही का सहारा ले रहे हैं। कानूनी सहारा लेने पर लेटेस्ट खबरों में सहारा इंडिया का नाम लगातार चलता रहा है।
सहारा इंडिया द्वारा किए गए कार्यों द्वारा मुसीबत
सहारा इंडिया परिवार स्कैम मुख्य रूप से सहारा ग्रुप की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल ऐस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड से जुड़ा है। 30 सितंबर 2009 को सहारा प्राइम सिटी ने अपने आईपीओ के लिए सेबी में आवेदन दाखिल किया था।
सेबी ने जब इस डीआरएचपी को खंगाला तो इसमें कई गड़बड़ियां मिली। सेबी को 25 दिसंबर 2009 और 4 जनवरी 2010 को सेबी से 2 शिकायतें दर्ज की गई थी। इसमें बताया गया था, कि सहारा की कंपनियां गलत तरीके से पैसा जुटा रही हैं। इसके बाद सेबी ने सहारा की इन दोनों कपंनियों की जांच शुरू कर दी। अब लगातार सहारा इंडिया के खिलाफ केस दायर किए जाते रहते हैं और इस प्रकार से यह लेटेस्ट खबरों में बनी हुई है।
सहारा इंडिया में लगाए गए पैसों की वापसी कैसे होगी
सहयोगा इंडिया के खिलाफ लगातार लोगों द्वारा आंदोलन और श्योक की प्रविष्टि की जा रही है इस प्रकार से यह मामला और अधिक बढ़ता जा रहा है। इनमें से सरकार द्वारा भी मुख्य कदम जाने के आसार हैं, जिसमें सरकार द्वारा कई तरह की कानूनी कार्रवाई कंपनी के खिलाफ की जा रही है और कंपनी के लिए किसी को भी कार्य करने का अनुमान है। इस प्रकार से जल्द ही लोगों को उनके सागर की राशि प्राप्त हो जाएगी जिसके लिए आप इंतजार करेंगे कि आपके लिए जल्द ही कोई आदेश पास हो जाएगा और आप इसका लाभ ले लेंगे।
सहरना इंडिया का क्या है?
सहारा इंडिया एक बहू व्यावसायिक संस्था है जो हाल ही में खबरों का प्राथमिक केंद्र बनी है।
सहरना इंडिया की ताजा खबर क्या है?
सहयोगा इंडिया पर लगातार नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं जिससे वह नवीनतम खबरें बनी हैं।
सहरना इंडिया का मुखिया कौन है?
सहरना इंडिया के प्रमुख सुब्रत राय है।