Ration Card Latest Update: राशन कार्ड धारकों की बल्ले-बल्ले, गेहूं की बजाय मिलेगा आटा, जानिए ताजा जानकारी
Ration Card Latest Update : राशन कार्ड एक ऐसी सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा है जिसके जरिये सभी कार्ड धारकों के लिए सरकार की फ्री राशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। अगर आप भी सरकार द्वारा दी जा रही फ्री राशन योजना का लाभ उठा रहे हैं। तो इससे जुड़ी एक जरूरी जानकारी आपको बता रहे हैं। वैसे तो सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों के लिए फ्री गेहूं, चावल मुहैया कराया जाता है। लेकिन एक जरूरी जानकारी आपको बता दें कि राज्य की हरियाणा सरकार की ओर से बड़ा बदलाव किया गया है।
सरकार ने प्रदेश के कुछ जिलों में यह निर्णय लिया है कि गरीबों के लिए गेहूं की बजाय आटा दिया जायेगा। हालांकि इसके लिए कार्ड धारकों के लिए प्रति किलो के हिसाब से तय कीमत का भुगतान भी देना पड़ेगा। सभी को बहुत ही अच्छी तरह से याद होगा कि सरकार द्वारा फ्री राशन योजना की अवधि की तिथि को भी बढ़ा दिया गया है। अब कार्ड धारकों के लिए फ्री राशन एक वर्ष यानि 2023 तक और मिलता रहेगा। राशन कार्ड धारकों की बल्ले-बल्ले, गेहूं की बजाय मिलेगा आटा, जानिए ताजा जानकारी। आइए इस खबर के बारे में जानते हैं आगे। Ration Card Latest Update
सरकार ने आटा वितरण के लिए आदेश
जानकारी के मुताबिक बता दें कि देश की हरियाणा राज्य की सरकार ने गरीब राशन कार्ड धारकों के लिए आटा वितरण के आदेश दिये हैं। जबकि यह भी बता दें कि हरियाणा प्रदेश के सभी जनपदों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत निःशुल्क गेहूं दिया जाता है। लेकिन सरकार ने जनपद अंबाला, करनाल, रोहतक, यमुनानगर एवं हिसार में गेहूं की बजाय आटा देने के आदेश दिये हैं। इन सभी पांचों जनपदों में गेहूं की बजाय आटा बांटा जायेगा।
प्रति यूनिट के हिसाब से आटा दिया जा रहा
खबर के मुताबिक बता दें कि राशन कार्ड धारकों के लिए नय नियम के तहत प्रति यूनिट के हिसाब से आटा बांटा जा रहा है। बता दें कि हरियाणा के इन पांच जनपदों में 8.354 लाख राशन कार्ड धारक हैं। राशन कार्ड धारकों से तीन रूपये प्रति किलो की दर से आटे की पिसाई ली जा रही है। सरकार द्वारा यह राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी सुविधा है।
कोरोना के समय से सरकार गरीबों को खाने पीने की चिंता से दूरे रखने के लिए मुफ्त राशन योजना चला रही है। इसी सप्ताह केंद्रीय केबिनेट ने इस योजना को 3 और महीने चलाने के लिए मंजूरी दे दी है। Ration Card Latest Update
कोरोना के समय से सरकार गरीबों को खाने पीने की चिंता से दूरे रखने के लिए मुफ्त राशन योजना चला रही है। इसी सप्ताह केंद्रीय केबिनेट ने इस योजना को 3 और महीने चलाने के लिए मंजूरी दे दी है। यानि इस साल के अंत तक गरीबों को फ्री में राशन मिलता रहेगा।
कोरोना काल में शुरु की गई इस परोपकारी स्कीम को लेकर बीते कई दिनों से संशय का माहौल था। इस साल रबी की पैदावार में गिरावट आई और फिर खरीफ के रकबे में बड़ी कमी और सरकार द्वारा गेहूं और चावल के निर्यात पर पाबंदी लगने से जानकार मान रहे थे कि सरकार इस योजना पर विराम लगा सकती है। लेकिन अब सरकार ने बताया है कि उसके पास इस योजना के लिए पर्याप्त अनाज भंडार मौजूद है। Ration Card Latest Update
सरकारी गोदामों में कितना अनाज?
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि खाद्य सुरक्षा, मुफ्त राशन योजना पीएमजीकेएवाई और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत खाद्यान्न जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों में 4.4 करोड़ टन का पर्याप्त खाद्यान्न मौजूद है। खाद्य मंत्रालय ने कहा कि एक अप्रैल 2023 तक सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद लगभग 1.13 करोड़ टन गेहूं और 2.36 करोड़ टन चावल उपलब्ध होगा। Ration Card Latest Update
फ्री राशन पर 44,762 करोड़ रुपये का खर्च
इस सप्ताह की शुरुआत में मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को तीन महीने के लिए बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस पर 44,762 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘एफसीआई के पास राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए), अन्य योजनाओं और पीएमजीकेएवाई की अतिरिक्त आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है।’’ मंत्रालय के अनुसार, एफसीआई के पास अब तक केंद्रीय पूल में लगभग 2.32 करोड़ टन गेहूं और 2.09 करोड़ टन चावल है।
Ration Card Latest Update
मौजूदा समय में राशन कार्ड (Ration Card) एक बहुत ही जरूरी दस्तावेज है। इसके रहने पर ही आपको सरकार की ओर से राशन समेत अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध करवाई जाती हैं। कोरोना महामारी के बाद सरकार ने राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज समेत कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई है। सरकार की ओर से राशन की मात्रा सदस्य संख्या के आधार पर ही उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में यह जरूरी है कि राशन कार्ड में परिवार के सभी सदस्य और किसी नए सदस्य के आगमन पर उसका नाम जुड़ा हुआ हो।