किसानों के लिए मुआवजा: कर्नाटक सरकार की तरफ से 223 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। सीएम ऑफिस की तरफ से जारी बयानों में कहा गया है, बीदर, कलबुर्गी और यादग्राहिता में तुअर की सफलता के नुकसान को विशिष्ट मामला माना जाता है।
पीएम किसान सम्मान निधि : रहस्यमय के बीच पीएम किसान सम्मान निधि की 13वीं किसत का इंतजार होता जा रहा है। सरकार की तरफ से इस बार लिस्ट से अपात्रों के नाम काटे जा रहे हैं। लिस्ट पूरी तरह से तैयार होने के बाद ही किसानों के फायदे में सरकार की तरफ से पैसा आवंटित किया जाएगा। लेकीन पीएम किसान की किस किस के लिए इंतजार कर रहे हैं, इस बीच कर्नाटक सरकार ने एलर्जी के किसानों को खुशखबरी दी है। इससे पहले पंजाब सरकार ने भी किसानों को राहत दी थी।
223 करोड़ रुपये जारी किए गए
कर्नाटक सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में झटके के प्रभाव से बर्बाद हुई तुअर (अरहर) की उत्पादकता वाले किसानों को मिली की घोषणा की है। कर्नाटक सरकार की तरफ से इसके लिए 223 करोड़ रुपये जारी किए गए। सीएम ऑफिस की तरफ से जारी बयानों में कहा गया,
‘बीदर, कलबुर्गी और यादग्राहिता में तुअर की सफलता के नुकसान को विशिष्ट मामला माना जाता है। सरकार ने 10,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का दर से दादरी की घोषणा की है, लेकिन एंडी रेटिंग/एसडीआर अनुपात के अनुसार एक किसान को अधिकतम दो अनुपात अनुपात का ही दिया जाएगा।’
कर्नाटक में 60 लाख किसान पंजीकृत
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान के तहत करीब 60 लाख किसान पंजीकृत हैं। पीएमकिसान (PM Kisan) के लाभ पाने वाले किसानों को भी सरकार की तरफ से लाभ का चार्टर दिया जाएगा। कंजेस के अनुसार, तुअर के उत्पादकों किसानों को 223 करोड़ रुपए का करोड़ दिया जाएगा।
यह फैसला बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में विभिन्न संबंधों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में लिया गया। अनुमानों के अनुसार, कुल मिलाकर तुअर की लगभग 2.2278 मिलियन हेक्टेयर मुनाफा मुनाफे के प्रभाव से प्रभावित हुआ है। (इनपुट : पीटीआई से भी)