गंगा विलास क्रूज: बिहार ने जीता सैलानियों का दिल, गोलघर को देखकर दंग रह गए विदेशी मेहमान
Ganga Vilas Cruise : एमवी गंगा विलास क्रूज पर सवार सैलानियों के पूर्व में भव्य स्वागत किया गया। आच्छादन ने इस आवगत की जोरदार आकांक्षा की। पूर्वांचल में विदेशी खुलासों ने बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को बहुत ही रोचक बताया है। भारत में बना ये पहला क्रूज पोत है। इस क्रूज में सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ 36 लुक के लिए तैयार किया गया है। क्रूज की चौड़ाई 62 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर है। चालक दल के 39 सदस्य हैं। इसके कप्तान महादेव नाइक हैं, जिनका 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
गंगा विलास क्रूज पर सवार सैलानियों का पटना में वार्म-वेलकम किया गया। कर्मचारियों की आवभगत, परोसे गए भोजन की गुणवत्ता और पटना के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था की पर्यटकों ने प्रशंसा की। गंगा विलास क्रूज को पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसे दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज माना जा रहा है, जिसे वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक की अपनी यात्रा पूरी करने में 51 दिन लगेंगे। Ganga Vilas Cruise
पटना में स्वागत से गदगद सैलानी
क्रूज के यात्रियों ने 17 जनवरी को पटना साहिब गुरुद्वारा सहित शहर में पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। पर्यटकों के यहां पहुंचने पर फूल देकर, शॉल ओढ़ाकर और तिलक लगाकर उनका भव्य स्वागत किया गया।
भारतीय जनता पार्टी सांसद राम कृपाल यादव, पटना मेयर सीता साहू और गुरुद्वारा समिति के सदस्यों की ओर से आगंतुकों का स्वागत किया गया। यात्रियों को गुरुद्वारा समिति के सदस्यों ने गुरुद्वारा परिसर में ले गए। पटना साहिब के इतिहास पर आधारित पुस्तकें उन्हें उपहार में दी गईं। Ganga Vilas Cruise
जर्मनी की एक यात्री स्टेफनी ने कहा कि यहां के लोग बहुत मिलनसार हैं और ये हमारे लिए एक शानदार अनुभव रहा। पर्यटकों को गुरुद्वारा से गोलघर ले जाया गया। पर्यटक इस ऐतिहासिक संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे।
गोलघर को देखकर सैलानी अचंभित
1770 के अकाल के बाद, 1786 में ब्रिटिश सेना के कैप्टन जॉन गारस्टिन की ओर से एक विशाल अनाजघर (गोलघर) का निर्माण किया गया था। इस स्मारक के चारों ओर घुमावदार सीढ़ी शहर और पास में बहने वाली गंगा नदी का एक शानदार दृश्य प्रदान करती है। गोलघर के चारों ओर बनी सीढ़ी से कोई भी इसके शीर्ष तक चढ़ सकता है। Ganga Vilas Cruise
आगंतुकों को बिहार संग्रहालय भी ले जाया गया, जहां उन्होंने राज्य की संस्कृति दर्शाने वाली एक प्रस्तुति देखी।
गंगा विलास क्रूज को राज सिंह की कंपनी अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज ने बनाया है. राज सिंह पिछले 15 सालों से इस बिजनेस में है और अब तक उनकी कंपनी नौ लग्जरी क्रूज बना चुकी है.
पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाई थी. वाराणसी के रविदास घाट से शुरू गंगा विलास क्रूज की यह यात्रा 51 दिन के बाद असम के डिब्रूगढ़ में खत्म होनी थी. यात्रा शुरू होने के पहले से ही गंगा गिलास क्रूज सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ मीडिया तक की सुर्खियों में बना हुआ है. गंगा विलास क्रूज बिहार के छपरा में गंगा नदी में फस गया है, इसकी वजह गंगा नदी में पानी कम होने को बताया जा रहा है. Ganga Vilas Cruise
गंगा विलास क्रूज़ बालू और मिट्टी के गाद में फंस गया है, इसके बाद इसे यहां से निकालने की कोशिश जारी है. गंगा विलास क्रूज को बनाने वाली कंपनी के मालिक राज सिंह अब तक 9 लग्जरी क्रूज बना चुके हैं. गंगा विलास क्रूज को राज सिंह की कंपनी अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज ने बनाया है. राज सिंह पिछले 15 सालों से इस बिजनेस में है और अब तक उनकी कंपनी नौ लग्जरी क्रूज बना चुकी है.
राज सिंह एक प्रसिद्ध संरक्षण वादी और वन्यजीव लेखक हैं. गंगा विलास लग्जरी क्रूज के बारे में राज सिंह ने बताया कि यह दूसरे क्रूज से बिल्कुल अलग है. गंगा विलास क्रूज को प्राइवेट कंपनी मैनेज कर रही है. गंगा विलास क्रूज का संचालन भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा समर्थित है जो शिपिंग मिनिस्ट्री के अंदर आता है. गंगा विलास क्रूज 62 मीटर लंबा, 12 मीटर चौड़ा है. यह 1.4 मीटर के ड्राफ्ट के साथ चलता है. Ganga Vilas Cruise
Ganga Vilas Cruise अपने 39 यात्रियों के साथ 51 दिनों के सफर पूरा करते हुए डिब्रूगढ़ पहुंचने वाला था. गंगा विलास के इस लग्ज़री सफर के लिए आपको 20-25 लाख रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं. गंगा विलास लग्जरी क्रूज को लेकर लोगों में दीवानगी है, लोग इसकी तस्वीरें, इसका इंटीरियर देखना चाहते हैं. गंगा विलास की दीवानगी की वजह से हालात ऐसे हैं कि इसके टिकट मार्च 2024 तक के लिए फुल बुक हैं.
गंगा विलास क्रूज के मालिक राज सिंह ने बताया कि क्रूज की डिजाइन में ब्राइट और लाइट रॉक्स का इस्तेमाल किया गया है। गंगा विलास में रचित कलाकारियां भी भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। भारत और भारत में गंगा विलास मंडप में सजावट पर ध्यान केंद्रित किया गया है। राज सिंह ने बताया कि गंगा विलास क्रूज में टूरिस्ट को वन टू वन एक्सपीरियंस मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि यहां खाने-पीने की कई चीजों में जहरीला पदार्थ भी शामिल है, लेकिन गंगा विलास क्रूज में नॉन-वेज और शराब परोसे को अस्वीकार कर दिया गया है। Ganga Vilas Cruise